अच्छी नींद, अच्छी सेहत! जानिए हर उम्र के लिए कितनी ज़रूरी है Sleep?
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग सबसे ज्यादा compromise जिस चीज़ के साथ करते हैं, वो है नींद। कभी देर रात तक social media पर स्क्रॉलिंग, कभी ओवरटाइम काम करने की वजह से और कभी बस “5 मिनट और” के चक्कर में हम अपनी नींद को नज़रअंदाज कर देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि poor sleep habits आपकी सेहत पर कितना बुरा असर डाल सकते हैं?
अगर आप खुद को healthy, energetic और stress-free रखना चाहते हैं, तो आपकी sleep routine सही होनी चाहिए। लेकिन सवाल ये है कि कितनी नींद लेना सही है? इस सवाल का जवाब आपकी age पर निर्भर करता है। आइए जानते हैं कि किस उम्र में कितनी नींद लेना जरूरी है और क्यों यह आपके mental & physical health के लिए इतना ज़रूरी है।
अडल्ट्स को कितनी नींद लेनी चाहिए?
अगर आपकी उम्र 18 साल से ज्यादा है, तो आपको कम से कम 7 से 9 घंटे की साउंड स्लीप जरूर लेनी चाहिए। कई बार लोग सोचते हैं कि 6 घंटे की नींद भी काफी है, लेकिन अगर आप लंबे समय तक इतनी कम नींद लेंगे, तो आपको चिड़चिड़ापन, स्ट्रेस, डिप्रेशन और इम्यून सिस्टम कमजोर होने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
सिर्फ सोना ही नहीं, अच्छी क्वालिटी की नींद लेना भी ज़रूरी है। अगर आपकी नींद बार-बार टूटती है, तो वह restful sleep नहीं मानी जाती। इसलिए कोशिश करें कि सोने से पहले phone-scrolling से बचें, कैफीन कम करें और सोने और उठने का समय फिक्स करें।
टीनेजर्स को कितनी नींद जरूरी है?
अगर आपकी उम्र 13 से 18 साल के बीच है, तो आपको हर दिन 8 से 10 घंटे सोना चाहिए। इस उम्र में पढ़ाई, एग्ज़ाम, सोशल लाइफ और गेमिंग की वजह से टीनेजर्स अक्सर late night sleep करने लगते हैं, जिससे उनकी growth और concentration power पर बुरा असर पड़ता है।
अगर इस उम्र में सही नींद नहीं ली गई, तो mental health issues भी पैदा हो सकते हैं, जैसे anxiety, mood swings और low energy levels। इसलिए अगर आप चाहते हैं कि brain sharp रहे और focus बना रहे, तो 8-10 घंटे की नींद को priority दें।
बच्चों को कितनी नींद लेनी चाहिए?
बच्चों के लिए नींद सबसे ज़रूरी होती है क्योंकि उनकी growth का सीधा कनेक्शन उनके sleep cycle से होता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक:
6 से 12 साल के बच्चों को 9 से 12 घंटे की नींद ज़रूरी है।
3 से 5 साल के बच्चों को 10 से 13 घंटे सोना चाहिए।
1 से 2 साल के बच्चों को 11 से 14 घंटे की नींद लेनी चाहिए।
4 से 12 महीने के शिशुओं को 12 से 16 घंटे की नींद मिलनी चाहिए।
अगर बच्चे की नींद पूरी नहीं होती, तो उसका मूड खराब रहता है, ध्यान कम लगता है और वह जल्दी बीमार पड़ सकता है। इसलिए माता-पिता को ध्यान रखना चाहिए कि उनका बच्चा रात में जल्दी सोए और सुबह ताजगी के साथ उठे।
नींद पूरी न होने से होने वाले नुकसान
अगर आप रोज़-रोज़ अपनी sleep cycle बिगाड़ रहे हैं, तो इसके कई side effects हो सकते हैं:
Memory Weakness – सही नींद ना मिलने से दिमाग की कार्यक्षमता कम हो जाती है।
Weight Gain – कम नींद से metabolism पर असर पड़ता है, जिससे वजन बढ़ सकता है।
Heart Diseases – जो लोग कम सोते हैं, उन्हें दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
Low Immunity – कम नींद लेने से शरीर की इम्यूनिटी कमजोर होती है और आप जल्दी बीमार पड़ सकते हैं।
Mood Swings – थकान, चिड़चिड़ापन और डिप्रेशन का सीधा कनेक्शन sleep deprivation से होता है।
कैसे बनाएं अपनी नींद को बेहतर?
अगर आपकी नींद खराब हो चुकी है और आप इसे सही करना चाहते हैं, तो इन simple sleep hygiene tips को फॉलो करें:
✔️ रोज़ एक ही टाइम पर सोएं और उठें।
✔️ सोने से पहले मोबाइल, लैपटॉप और टीवी से दूर रहें।
✔️ रात में चाय-कॉफी कम पिएं।
✔️ सोने से पहले हल्की म्यूजिक या बुक रीडिंग करें।
✔️ बेडरूम को ठंडा, अंधेरा और शांत रखें।
✔️ बहुत ज्यादा देर तक न सोएं, वरना बॉडी क्लॉक डिस्टर्ब हो सकता है।
Final Words
अगर आप अपनी सेहत, मूड और एनर्जी को हमेशा अच्छा रखना चाहते हैं, तो अपनी नींद को priority दें। चाहे आप टीनेजर हों, वयस्क हों या बच्चे, हर किसी के लिए सही मात्रा में और सही क्वालिटी की नींद लेना ज़रूरी है।